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1982 की वह फिल्म जब अमिताभ बच्चन को नहीं बल्कि दिलीप कुमार को मिला बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड
News Date:- 2024-06-24
1982 की वह फिल्म जब अमिताभ बच्चन को नहीं बल्कि दिलीप कुमार को मिला बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड
vaishali jauhari

लखनऊ,24 Jun 2024

1982 की वह फिल्म जब अमिताभ बच्चन को नहीं बल्कि दिलीप कुमार को मिला बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड

1982 में रिलीज़ हुई फिल्म ‘शक्ति’ हिंदी सिनेमा की एक महत्वपूर्ण फिल्म जिसमें दिलीप कुमार और अमिताभ बच्चन ने एक साथ काम किया. रमेश सिप्पी के निर्देशन में बनी ये फिल्म अपने समय की बेहतरीन और प्रभावशाली फिल्म मानी जाती है. गौरतलब हो कि सलीम-जावेद की जोड़ी ने फिल्म की पटकथा लिखी और यह दोनों के करियर की सबसे शानदार स्क्रिप्ट में से एक रही.

फिल्म ‘शक्ति’ में दिलीप कुमार ने डीसीपी अश्विनी कुमार का किरदार निभाया जो एक ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ पुलिस अधिकारी होते हैं. जबकि अमिताभ बच्चन ने उनके बेटे विजय का किरदार निभाया है। दोनों ने इस फिल्म में पहली बार साथ काम किया और दोनों की साथ में यह आखिरी फिल्म भी साबित हुई.

फिल्म की कहानी पिता-बेटे के कड़वे रिश्ते पर आधारित है. जिसमें पिता-बेटे के बीच गहरे और गंभीर टकराव को दर्शाया गया है. जिनके बीच गलतफहमियों, खामोशियों और दूरियों की ऐसी गहरी खाई थी जो त्रासदी बनकर पूरे परिवार को तोड़ कर रख देती है. फिल्म में पिता-पुत्र की कहानी, साथ-साथ विजय और उसकी माँ के बीच माँ-बेटे की मार्मिक कहानी और विजय के साथ उसकी प्रेमिका रोमा की प्रेम-कहानी लोगों का भरपूर मनोरंजन करती है।

‘शक्ति’ फिल्म में दिलीप कुमार के अभिनय को खूब सराहा गया. फिल्म में उम्दा भूमिका अदा करने के लिये उन्हें बेस्ट एक्टर का फिल्मफेयर अवॉर्ड भी दिया गया. बात करें अमिताभ बच्चन की तो इस कैटेगरी में अमिताभ नॉमिनेट हुए थे लेकिन अवॉर्ड जीतने में वो असफल रहे.

फिल्म 'शक्ति' ने बेस्ट फिल्म, बेस्ट स्क्रीनप्ले और बेस्ट साउंड रिकॉर्डिंग के लिए भी कई अवॉर्ड्स जीते.

‘शक्ति’ फिल्म की सफलता के पीछे उसकी गहरी और कसी हुई कहानी, पिता-बेटे के बीच के जटिल संबंध के साथ ही दिलीप कुमार और अमिताभ बच्चन के शानदार अभिनय ने लोगों के दिलों को जीत लिया. रमेश सिप्पी के निर्देशन और सलीम-जावेद की लेखनी ने इस फिल्म को एक यादगार फिल्म बना दिया.

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